jara sochiye
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मुसलमान ऐसा मानते हैं की मुस्लिम मत के आलावा दुनिया में जो कुछ है वह ख़राब है,इसलिए तुरंत ही उसका नाश जरूरी है
जो कोई स्त्री या पुरुष इस्लाम मत को न मानता हो,उसे पहले से सावधान किये बिना ही मौत के घाट उतार देना चाहिए।
मुसलमानों के इबादत के स्थान यानि मस्जिद के आलावा किसी भी दूसरे धेर्म की पूजा,प्रार्थना का स्थान हो तो उसको तोड़ डालना चाहिए।
यदि कोई पुस्तक कुरान के आलावा आदेश देती हो तो, ऐसी हर एक पुस्तक को जला डालना चाहिए।
कुरान से प्राप्त उपरोक्त सन्देश ही दुनिया में सारे फसादों की जड़ बनी हुई है.
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